देवशयनी एकादशी 2025: भगवान विष्णु 4 महीने के लिए क्यों सो जाते हैं?

भगवान विष्णु शेषनाग पर योगनिद्रा में – देवशयनी एकादशी 2025

📅 देवशयनी एकादशी 2025 में कब है? आषाढ़ महीने की शुक्ल पक्ष की एकादशी को देवशयनी एकादशी कहा जाता है। साल 2025 में यह शुभ तिथि 17 जुलाई, गुरुवार को पड़ रही है। इस दिन से भगवान विष्णु की योगनिद्रा का आरंभ होता है, जो धार्मिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण माना गया है। 🛏️ भगवान … Read more

A. C. Bhaktivedanta Swami Prabhupada: The Founder of ISKCON and Global Krishna Consciousness Movement

Portrait of A. C. Bhaktivedanta Swami Prabhupada in saffron robes with flower garland

The International Society for Krishna Consciousness (ISKCON) was founded by A. C. Bhaktidanta Swami Prabhupada, a renowned spiritual leader who was born Abhay Charan De in Kolkata, India, on September 1, 1896. Known by his followers as Srila Prabhupada, he dedicated his life to spreading the teachings of Lord Krishna and the timeless wisdom of … Read more

भक्ति और साधना को क्यों छुपाना चाहिए? – स्वामी प्रेमानंद जी महाराज का दृष्टिकोण

भक्ति और साधना को क्यों छुपाना चाहिए - स्वामी प्रेमानंद जी महाराज की शिक्षा

भक्ति और साधना हमारे जीवन की सबसे पवित्र और निजी अनुभूति होती है। यह आत्मा और परमात्मा के बीच एक गुप्त संवाद है। लेकिन आजकल बहुत से लोग इस सवाल से जूझते हैं – क्या लोगों से अपनी भक्ति और साधना को छुपाना चाहिए? इस विषय पर स्वामी प्रेमानंद जी महाराज ने कई बार गहराई … Read more

कितने नाम जप से क्या होता है – श्री प्रेमानंद जी महाराज की अमृत वाणी

kitne naam jap se kya hota hai by premanand ji maharaj

सनातन धर्म में हरि नाम का जप अत्यंत शक्तिशाली साधना मानी जाती है। श्री हित प्रेमानंद गोविंद शरण जी महाराज ने नाम जप के महत्व को सहज भाषा में समझाया है कि कितने नाम जपने से साधक को कौन-कौन से लाभ प्राप्त होते हैं। यह लेख उसी अमृतवाणी पर आधारित है, जो जीवन को बदलने … Read more

गाय को गुड़ और रोटी क्यों खिलाएं? क्या कहती हैं संत वाणी?

गाय को गुड़ खिलाते हुए भक्त

भारतीय संस्कृति में गाय को माँ का दर्जा प्राप्त है। गाय की सेवा को पुण्य का काम माना गया है। लेकिन विशेष रूप से गाय को गुड़ और रोटी खिलाने की परंपरा का आध्यात्मिक और वैज्ञानिक महत्व दोनों हैं। कई संतों ने भी इस सरल कार्य को अत्यंत फलदायी बताया है। आइए जानें, क्यों यह … Read more

गाय की सेवा क्यों है पुण्य का काम? | Gau Seva ka Mahatva

गाय की सेवा: गाय को रोटी खिलाते हुए व्यक्ति।

भारतीय संस्कृति में गाय को माँ का दर्जा दिया गया है। उसे ‘गौमाता’ कहकर पूजा जाता है। शास्त्रों और संतों की वाणी में बार-बार यह बताया गया है कि गाय की सेवा करने से जीवन में पुण्य, शांति और समृद्धि आती है। लेकिन आखिर क्यों? चलिए जानते हैं गाय की सेवा को पुण्य कार्य क्यों … Read more

सपने में गाय देखना – जानिए क्या है इसका मतलब?

Sapne mein gay dekhna – spiritual meaning of seeing a cow in dream

सपने हमारी चेतना और अवचेतन मन की झलक होते हैं। इनका सीधा संबंध हमारे विचारों, अनुभवों और भविष्य के संकेतों से माना जाता है। भारतीय संस्कृति में गाय को मां का दर्जा दिया गया है और उसे अत्यंत पवित्र माना जाता है। ऐसे में जब कोई व्यक्ति सपने में गाय देखता है, तो यह सपना … Read more

भगवान सदाशिव कौन हैं? शिव, सदाशिव और रूद्र में क्या अंतर है?

शिव, सदाशिव और रूद्र के बीच मुख्य अंतर

हिन्दू धर्म में भगवान शिव को सबसे महत्वपूर्ण और शक्तिशाली देवताओं में गिना जाता है। लेकिन जब लोग सदाशिव, शिव, और रूद्र जैसे नाम सुनते हैं, तो अक्सर भ्रमित हो जाते हैं — क्या ये तीनों एक ही हैं या अलग-अलग रूप हैं? इस ब्लॉग में हम सरल भाषा में समझेंगे कि भगवान सदाशिव कौन … Read more

स्वामी राजेश्वरानंद जी महाराज का जीवन परिचय

राजेश्वरानंद सरस्वती जी महाराज का जीवन परिचय

स्वामी राजेश्वरानंद सरस्वती जी महाराज (Swami Rajeshwaranand Saraswati Ji Maharaj), जिन्हें श्रद्धापूर्वक “राजेश रामायणी” के नाम से भी जाना जाता है, एक प्रख्यात रामकथा वाचक, समाजसेवी एवं सनातन धर्म के महान प्रचारक थे। उनका जीवन भक्ति, ज्ञान और सेवा का अद्वितीय संगम था। 👶 प्रारंभिक जीवन स्वामी राजेश्वरानंद जी का जन्म 22 सितंबर 1955 को … Read more

10 easy-to-find indoor plants गजेन्द्र मोक्ष पाठ: Benefits प्याज लहसुन खाना पाप नहीं है, फिर भी क्यों मना करते हैं? – प्रेमाानंद जी महाराज का स्पष्ट उत्तर Bajrang Baan Roz Padh Sakte Hai Ya Nahi?: Premanand Ji Maharaj Ne Bataya क्या नामजप करते समय मन कहीं और जाए तो भी मिलेगा समान फल?