भक्ति और साधना को क्यों छुपाना चाहिए? – स्वामी प्रेमानंद जी महाराज का दृष्टिकोण
भक्ति और साधना हमारे जीवन की सबसे पवित्र और निजी अनुभूति होती है। यह आत्मा और परमात्मा के बीच एक गुप्त संवाद है। लेकिन आजकल बहुत से लोग इस सवाल से जूझते हैं – क्या लोगों से अपनी भक्ति और साधना को छुपाना चाहिए? इस विषय पर स्वामी प्रेमानंद जी महाराज ने कई बार गहराई … Read more