कथा के अनुसार, गजेन्द्र नामक हाथी एक तालाब में जल पीने के लिए गया। वहां उसे एक मगरमच्छ ने पकड़ लिया और लम्बे समय तक दोनों के बीच संघर्ष चलता रहा।
इस संकट के समय, गजेन्द्र ने भगवान विष्णु की शरण ली और प्रार्थना की। भगवान विष्णु ने उसकी पुकार सुनी, गरुड़ पर सवार होकर आए, मगरमच्छ को हराया और गजेन्द्र को मोक्ष प्रदान किया। यह कथा भगवान की कृपा और भक्तों के प्रति उनके अनंत प्रेम को दर्शाती है।
– विरोधों का सामना करना – मानसिक शांति और बल – नकारात्मक ऊर्जा का नाश – दिव्य आशीर्वाद और संरक्षण – मोक्ष (मुक्ति) प्राप्ति
- संकट के समय - आध्यात्मिक विकास के लिए - शांति की खोज में
- शांतिपूर्ण स्थान चुनें - भगवान विष्णु को पुष्प अर्पित करें - भक्ति भाव से पाठ करें
गजेन्द्र मोक्ष पाठ का पाठ करें और इसके अद्भुत लाभों का अनुभव करें। अपने परिवार और दोस्तों के साथ इस पाठ का आयोजन करें या अपने नजदीकी मंदिर में इसे सुनें।