चाहे आपका भाव सही हो या गलत, नाम में तारण शक्ति है। जैसे आग से छूने पर जल ही जाते हैं, वैसे ही नाम से जुड़े भाव से भगवान की कृपा जरूर मिलती है।
अगर शुरुआत में मन इधर-उधर भागे, तो चिंता मत करें। जैसे-जैसे नाम जप करते रहेंगे, मन धीरे-धीरे स्थिर होगा और एक दिन नाम में पूरी तरह डूब जाएगा।
नाम जप करते हुए, चाहे मन कहीं भी जाए, उसका फल मिलना तय है। जैसे गंदे पानी में भी अगर अमृत डाल दिया जाए, तो वह अमृत बन जाएगा।
नाम जप करते हुए, चाहे मन कहीं भी जाए, उसका फल मिलना तय है। जैसे गंदे पानी में भी अगर अमृत डाल दिया जाए, तो वह अमृत बन जाएगा।
नाम जप करने से धीरे-धीरे व्यक्ति का जीवन बदलता है। वह संसार के विकारों से दूर हटकर भगवान के परमपद की ओर बढ़ता है।